“गौ माता की रक्षा ही विश्व रक्षा”

विश्व के वैज्ञानिको ने भारत की देशी गौ माता प्राप्त पंचगव्य के आलावा अभी तक ऐसा कोई तत्व नही शोधा है की जो आहार के रूप में अमृत समान हो शके | भारत के संत रूषीमुनियों ने गौ माता के महत्व के बारे में पहले से ही जानकारी प्राप्त कर ली थी | इसी लिए संत रूषी महापुरुषों ने गौ माता को कामधेनु मानते थे |

स्वामी रामगिरि बापू दुःख व्यक्त करते है की जब तक गौ रक्षा होती रहेगी तब तक विश्व रक्षा संभव ही नहीं है |

आज अज्ञानी लोगोने नफा नुकशान का अंदाज लगाकर गौ माताको मुध्यहिन बना दिया है | ये वो भूल गये है की गौ माता के पंचतत्वो ध्वारा ही अमृत कुंभ प्राप्त है | गौ माता के गुणों को आज लोगोने नजर अंदाज कर दिया है | इसी लिए गौ माता घर घर भटकती है |

गौ माता के लिए कई श्रध्धावान लोगोने बलिदान दिया है | कई लोगोने नारे लगाये है | कई लोगोने जन आंदोलन भी किया है |

क्या कोई कह सकता है की गौ माता की हत्या बंध हो गई हो ? गौ हत्या रुकी हो ?

गौ माता के लिए भारत के बंधारण जो कानून बनाना जरुरी है | ये बात सत्य है किन्तु एक कडवा सत्य ये भी है की मान लो की गौ माता के लिए कानून बन गया गौ माता को राष्ट्र माता का दरज्जा भी मिल गया | क्या इस कानून से गौ हत्या रुक जायेगी ? क्या ये संभव है ? एक कडवा सत्य है की गुजरात में दरुबन्धी का कानून है | क्या गुजरात में दारू के ठेकेघर नही है ? क्या गुजरात में सब लोग दारू नही पीते ?

गौ माता को राष्ट्र माता का दरज्जा प्राप्त होना जरुरी है किन्तु जब तक बंधारण का अमल नही होगा तब तक ये क़ानूनी बंधारण भी हास्यास्पद होगा, जैसे दारुबन्धि का |

हमारी राय है की भारत में हिन्दू के हर घर में गाय पालन करने का कानून बने |

मेरे गुरूजी एक ही बात याद दिलाते है की जब तक हर घर में गौ माता का पालन-पोषण नही होगा तब तक गौ माता की रक्षा कैसे संभव है ? हर घर में गौ माता का पालन-पोषण होगा तो गौ माता बाजार में नजर भी नही आयेगी | जब गौ माता बाजार में भटकती नजर नही आयेगी तो कसाई लोग कैसे गौ माता को काट शकते है |

इसी लिए हर गाँव शहर में गौशाला का निर्माण होना भी जरुरी है | जहां गौ माता अंतिम क्षणों तक निश्वत श्वास ले शके |

“गौ माता को बचाना है, घर घर गाय रखना है |”