गौ पालन / गौ सवंर्धन
मित्रो.....| जब गौ माता का पालन-पोषण ही नही होगा तो गौ सवंर्धन की बात कैसे हो सकती है | जब तक मनुष्य गौ माता के बारे में पूर्ण ज्ञान नही पायेगा तब तक मनुष्य में गौ माता का पालन-पोषण करने का भाव ही नही जागेगा |
हमारी गौशाला की टीमने सर्व किया है की हर गाँव शहर में रहता गौ भक्त गौ माता को खुद के घरमे रखना वो चाहते है | लेकिन जब गौ माता गौ माता गरमी में आती है तब समस्या आती है | गौ भक्तो का कहना है की गौ माता को चार से अघिक बार कृत्रिम बिज दान कराये तब ठीक काम बनता है | गौ भक्तो का कहना है की एक गाय के लिए सांठ को रखना मंहगा पड़ता है |
ईसी लिए स्वामी रामगिरि बापूने एक अभियान चलाने की राह बताई है की गौशाला में ज्यादा से ज्यादा गिर गाय का पालन-पोषण किया जाय |
हमारी गौशाला अभियान चलाना चाहती है की जब गौशाला में देशी गौ माता बछडीया को जन्म देकर दूध देती हो जाय तब आस-पास के गाँव शहर में रहे गौ भक्त किसान भाई को जिसके पास गौ माता को पालन-पोषण करने की, निवास्थान की सुविधा उपलब्ध हो ऐसे गौ भक्त को टोकन दर से गौ माता देने का अभियान चलाना है | जिस के कारण गौ भक्त का परिवार देशी गौ का दूध, दही, छास जैसे पंचगव्य का प्रयोग करके स्वस्थ निरोगी बना रहे |
जब किसान गौ भक्त को दी हुई गौ माता जब दूध देती बंध हो जाय तब, गौ भक्त के पास से गौ माता को गौशाला में वापस लाना है और दूसरी दूध देती गाय टोकन दर से गौशाला से देना है | बस हमारी गौशाला से ये अभियान चलाकर गौ माता की रक्षा करना है |